"जो कह ना पाई बात तुमसे"
जो कह ना पाई बात तुमसे, आज फिर कैसे कहूँ होंठो पर ही है रखी, ज़ज़्बात तुमसे क्या कहूँ वो पहली झलक, कमसिन अदा वो झुकती पलक, गालों पर हया तेरे दीदार का असर कुछ इस तरह मुझ पर हुआ मुझमे मैं अब मैं नहीं, तू ही तू बस तू रहा है दब गई जो […]